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Navpatrika Pujan in Navratri


मां दुर्गा के नौ रूपों में उनके हर स्वरूप की पूजा में कुछ विशेष वस्तुओं का प्रयोग होता है। जैसे हर रूप के लिए विशेष फूल, भोग और वस्त्रों का रंग आदि। उसी प्रकार माँ भगवती की पूजा अर्चना मे विशेष वृक्षों की पत्तियों का प्रयोग भी किया जाता है माँ दुर्गा के नौ स्वरुप कुछ विशिष्ट वृक्षों और औषधियों का प्रतिनिधित्व करते हैं माना जाता है कि इन नव पत्रिकाओं को अर्पण करने से जीवन के दुख-दर्द और विपदाएं खत्म हो जाती हैं। हिंदू धर्म में हमेशा से वृक्ष तो सदैव पूजनीय ही माने गए हैं और नवरात्रि में इनका महत्व काफी बढ़ जाता है। तो आइए ज्योतिषाचार्य अंजू आनंद से जानते हैं कि मां दुर्गा पूजा के लिए नवपत्रिका की नौ पत्तियां का क्या महत्व है और कौन सी पत्रिका का माता का कौन सा स्वरूप प्रतिनिधत्व करता है।

नवपत्रिका पूजा में उपयोग होने वाली 9 पत्तियाँ

1. केले (कदली) का पत्र (Banana)-केले के वृक्ष को हिंदू धर्म में अत्याधिक शुभ माना जाता है। केले का वृक्ष मां ब्राह्मणी को दर्शाता है। इसे पूजा स्थल में रखना अति शुभ माना जाता है। नवरात्रि के दिनों मां दुर्गा की स्थापना के समय केले के पत्तों को मां दुर्गा के दोनों और अवश्य रखें। केले के वृक्ष की पूजा करने और पूजा स्थल में केले के वृक्ष के पत्ते रखने से घर में समृद्धि आती है। 


2. दारूहलदी (दारूहरिद्रा)  पत्र  (Indian Barberry) -दारूहल्दी जिसे दारूहरिद्रा और अंग्रेजी में इंडियन बारबेरी भी कहा जाता है। हिमालय क्षेत्र में पाया जाने वाला यह वृक्ष अति लाभदायक औषधीय वृक्ष है दारूहरिद्रा कान के रोगों में विशेष लाभदायक होता है। नवरात्रि पूजन में मां काली का विशेष आर्शीवाद प्राप्त करने कि लिए भी दारुहरिद्रा का उपयोग किया जाता है। यह वृक्ष मां काली को प्रतिनिधित्व करता है। इन पतियों को माँ को अर्पण करने से मां काली का आर्शीवाद शत्रुओं पर विजय दिलाता है।



3. हल्दी पत्र (हरिद्रा) Turmeric -हल्दी या हरिद्र मां दुर्गा का प्रतिनिधित्व करता है। हल्दी को अत्यंत ही शुभ माना जाता है ,प्रत्येक शुभ काम में हल्दी का प्रयोग अवश्य ही किया जाता है। नवरात्रि पर अगर आप हल्दी के वृक्ष की पत्तियां मां दुर्गा की पूजा रखते हैं तो आपके सभी शुभ काम आसानी से हो जाएंगे और उनमें आ रहे सभी विघ्न भी सामाप्त हो जाएंगे। अगर आपको हल्दी के वृक्ष की पत्तियां प्राप्त न हो सके तो आप नवरात्रि पर मां दुर्गा के पूजन में हल्दी का गांठों का भी प्रयोग कर सकते हैं।




4. जयंती (जयंतिका/शेवरी) पत्र  Jayanti Sesban/Rattlepod-जयंती / जयंतिका को नवरात्रि में बोने को विशेष महत्व दिया जाता है। माना जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में जयंती जितनी हरी भरी रहेगी घर में उतनी ही ज्यादा सुख और समृद्धि आएगी। अगर नवरात्रि पर अगर जंयती तेजी के साथ बढ़ती है तो आने वाला साल बहुत ही अधिक अच्छा और सुखमय व्यतीत होता है। नवरात्रि पर अगर जयंती देर से बढ़ती है तो सफलता तो अवश्य प्राप्त होगी लेकिन उसके लिए अत्याधिक संघर्ष भी करना पड़ेगा। 



5. बेल (बिल्व) पत्र Bengal Quince, Stone Apple- बेल पत्र भगवान शिव का अत्यंत ही प्रिय है। व्यक्तितव में निखार लाने, आकर्षण शक्ति बढ़ाने और मनचाहे प्रेम को पाने कि लिए नवरात्रि पर मां दुर्गा की पूजा में बेल पत्र उपयोग करने से मां भगवती दूर्गा और भगवान शिव का आर्शीवाद प्राप्त होता है। 




6. अनार (दाडिमफलम्) पत्र Pomegranate  अनार रक्तदंतिका का प्रतिनिधित्व करता है। पूजा के समय भी फलों में अनार को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है। अनार की पत्तियों में सकारात्मक ऊर्जा होती है। जिससे विचारों में सकारात्मकता आती है। इसलिए नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा में अनार की पत्तियों को अवश्य रखना चाहिए। इसके अलावा अनार के पेड़ को घर में भी अवश्य लगाना चाहिए। ऐसा करने से न केवल आपके विचारों में बल्कि आपके घर के अन्य सदस्यों के भी विचारों में सकारात्मकता आएगी। 



7. अशोक (अशोकवृक्षः) पत्र  Sorrowless Tree- अशोक पत्र अशोक के वृक्ष को हिंदू धर्म में पवित्र और लाभकारी कहा जाता है। अशोक के वृक्ष की पत्तियों से नवरात्रि में दुर्गा का पूजन करने से सभी प्रकार के शोकों का नाश होता है। अशोक के पेड़ की पत्तियां शोकरहिता का प्रतिनिधित्व करती है। 



8. धान (चावल/धान्य) पत्र Rice, Paddy तांदुळ - धान की पत्तियां मां लक्ष्मी का प्रतिनिधित्व करती हैं। नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा में धान की पत्तियां रखने से जीवन में कभी भी धन की कमीं नही होती और न ही कभी किसी प्रकार की धन हानि होती है। जो लोग अपने जीवन में धन की कमीं से परेशान हैं। उन्हें नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा में धान की पत्तियां अवश्य ही रखनी चाहिए। धान की पत्तियों से मां दुर्गा की पूजा से न केवल धन बल्कि धान्य की भी प्राप्ति होती है। ऐसे मनुष्य को मां अन्नापूर्णा का भी आर्शीवाद प्राप्त होता है। 



9. अमलतास (मानवृक्ष/अरग्वदवृक्षः)पत्र  Golden Shower Tree -अमलतास की पत्तियां नवरात्रि में मां दुर्गा को अर्पित करने से जीवन के सभी संकटों से छुटाकारा मिलाता है। इसलिए नवरात्रि पर मां दुर्गा को अमलतास की पत्तियां अवश्य चढ़ाएं। इससे न केवल आपके जीवन की सभी परेशानियां समाप्त होंगी बल्कि आपको जीवन के सभी सुखों की प्राप्ति भी होगी। इसलिए मां दुर्गा को नवरात्रि पर अमलतास की पत्तियां अवश्य अर्पित करें। जिससे आपका जीवन सुखमय हो।



वर्ष 2019 मे नवपत्रिका पूजा - 5 अक्टूबर, 2019 (शनिवार)



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