नवरात्रि के प्रत्येक दिन माँ भगवती के एक स्वरुप श्री शैलपुत्री, श्री ब्रह्मचारिणी, श्री चंद्रघंटा, श्री कुष्मांडा, श्री स्कंदमाता, श्री कात्यायनी, श्री कालरात्रि, श्री महागौरी, श्री सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह क्रम आश्विन शुक्ल प्रतिपदा (प्रथम नवरात्र) को प्रातकाल शुरू होता है। नवरात्रि के प्रथम दिन माता शैलपुत्री के रूप में विराजमान होती है। नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना के साथ-साथ पर्वतराज हिमालय की पुत्री माँ शैलपुत्री की पूजा की जाती है।
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