गुरु-पुष्य नक्षत्र के दिन अपने घर के पूजा स्थान में श्रद्धा पूर्वक मां लक्ष्मी के श्रीविग्रह
के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाकर पंचोपचार पूजन करने के उपरांत निम्न मंत्र का 108
बार पाठ करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी शीघ्र ही प्रसन्न होती हैं।
देवस्य धीमहि धियो यो
न: प्रचोदयात्।
गुरु-पुष्य के शुभ संयोग वाले दिन अपने पूजा स्थान में
पूर्व दिशा में मुंह करके बैठ जाएं। स्वच्छ पात्र में 7 लौंग फूल सहित, 7 कपूर की डली रख दें। मां गायत्री का ध्यान करते
हुए कपूर और लौंग को जला लें।
साथ ही गायत्री मंत्र का जाप करते रहें। फिर तिलक लगा लें। सफलता जरूर
मिलेगी।
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