गुप्त नवरात्रों का बड़ा ही महत्त्व बताया गया है। मानव के समस्त रोग-दोष व कष्टों के निवारण के लिए गुप्त नवरात्र सिद्ध काल है। श्री, वर्चस्व, आयु, आरोग्य और धन प्राप्ति के लिए गुप्त नवरात्रो में देवी की विशेष साधना आराधना के शास्त्रीय विधान हैं|
गुप्त नवरात्रि विशेष तौर पर गुप्त सिद्धियां पाने का समय है। साधक इन दोनों गुप्त नवरात्रि में विशेष साधना करते हैं तथा चमत्कारिक शक्तियां प्राप्त करते हैं इस गुप्त नवरात्रि में वामाचार पद्धति से उपासना की जाती है। तंत्र शास्त्र के अनुसार गुप्त नवरात्रि में किए गए उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान कर सकते हैं।
गुप्त नवरात्रि विशेष तौर पर गुप्त सिद्धियां पाने का समय है। साधक इन दोनों गुप्त नवरात्रि में विशेष साधना करते हैं तथा चमत्कारिक शक्तियां प्राप्त करते हैं इस गुप्त नवरात्रि में वामाचार पद्धति से उपासना की जाती है। तंत्र शास्त्र के अनुसार गुप्त नवरात्रि में किए गए उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान कर सकते हैं।
माता
जगदंबिका को आम अथवा गन्ने के रस से स्नान करवाया जाए तो लक्ष्मी और सरस्वती ऐसे
भक्त का घर छोड़कर कभी नहीं जातीं। वहां नित्य ही संपत्ति और विद्या का वास रहता
है।
वेद
पाठ के साथ यदि कर्पूर, अगरु (सुगंधित वनस्पति), केसर, कस्तूरी व कमल के जल से
देवी को स्नान करवाया जाए तो सभी प्रकार के पापों का नाश हो जाता है तथा साधक को
थोड़े प्रयासों से ही सफलता मिलती है।
द्राक्षा
(दाख) के रस से यदि माता जगदंबिका को स्नान करवाया जाए तो भक्तों पर देवी की कृपा
बनी रहती है।
इसी
प्रकार यदि देवी को दूध से स्नान करवाया जाए तो व्यक्ति सभी प्रकार की सुख-समृद्धि
का स्वामी बनता है
मनपसंद
वर के लिए उपाय
गुप्त
नवरात्रि के दौरान भगवान शिव एवं मां पार्वती पर जल एवं दूध चढ़ाएं और पंचोपचार
(चंदन, पुष्प, धूप, दीप एवं नैवेद्य) से उनका पूजन कर मौली से उन दोनों के मध्य
गठबंधन करें। अब वहां बैठकर लाल चंदन की माला से इस मंत्र का जाप 108 बार करें-
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।
शीघ्र
विवाह के लिए
ऊं
शं शंकराय सकल-जन्मार्जित-पाप-विध्वंसनाय,
पुरुषार्थ-चतुष्टय-लाभाय च पतिं मे देहि कुरु कुरु स्वाहा।। मंत्र का 3, 5 अथवा 10 माला जाप करेंभगवान शिव
से विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करें।
इंटरव्यू
में सफलता के लिए
स्फटिक की माला पर " ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा " इस मंत्र का 31 बार उच्चारण करें। इस प्रकार 11 दिन तक करने से वह माला सिद्ध हो जाएगी। जब भी किसी इंटरव्यू में जाएं तो इस माला को पहन कर जाएं।
स्फटिक की माला पर " ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा " इस मंत्र का 31 बार उच्चारण करें। इस प्रकार 11 दिन तक करने से वह माला सिद्ध हो जाएगी। जब भी किसी इंटरव्यू में जाएं तो इस माला को पहन कर जाएं।
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